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Satya क्या है।

  Apne satya swaroop(aatmic)mein stith rehne wala swath hi satya ban jata hai. Satyaa wala sada Khushi mein nachta hai. Satyata wale mein spashta ka gun hota hai,satyata wala achal rehta hai Use zada sochna nahi padta,baato ko  zada ghoomana firana nahi padta. Satyata wala nirbhay hota hai . Satyata wala heere samaan mulyavan aur mahan ban jata hai.  Toh Jo apne satya swaroop ,aatmic swaroop mein stith rehta hai,wo swath hi satya ban jata hai.

अपने पर कंट्रोल रखना है

  अपने पर कंट्रोल रखना है  हमें संयम रखना है,अनुशासन रखना है अपने  ऊपर कि हम क्या सोचते है,   क्या बोलते है और क्या करते हैं जिससे ही हम अपने ऊपर control पा लेंते है। दूसरों को  control करना , ये power नहीं है। ये अपनी power  गंवाना है। सही सोच, सही बोल और सही कर्म ही हमारी power को बढ़ाते है। out of control होकर हम दूसरों को control नहीं कर सकते। सही सोच और बोलों से और साथ साथ प्यार के व्यवहार से  ही हम दूसरों को control कर सकते है, अर्थात् अपना बना सकते है।

बोल हमारे कैसे हो

  बोल हमारे कैसे हो  मुख से वाणी जो हम बोले बहुत ही साॅफ्ट और धीमें बोले। ऐसे बोल बोले जो दूसरों को आराम देने वाले हो  जैसे फूल बरस रहे हो।वरदान/blessings निकल रही  हो। दुआ निकल रही हो। बड़े ही मीठे सरल,सारयुक्त,सभ्यता से भरे बोल बोलने है।  क्योंकि बोल ही हमें ऊंचा उठा सकते हैं,तख्त दिला सकते हैं और नीचे भी गिरा सकते है,धूल में भी मिला सकते हैं। ,

सब हमें प्यार करे,स्वीकार करे,उसके लिए क्या करे

  सब हमें प्यार करे,स्वीकार करे,उसके लिए क्या करे  हर कोई चाहता है हम जो है जैसे है हमें स्वीकार कर लिया जाए,प्यार किया पर इससे पहले पूछे अपने से क्या "हम"भी दूसरों से प्यार करते हैं।प्यार माना सम्मान करना । प्यार में अपनी कमियों को पहचान उसे बदलना।जिनसे प्यार है उनके जैसा बनना।

जीवन में हमेशा आगे बड़े,सफल बने

   जीवन में हमेशा आगे बड़े,सफल बने और शक्तिशाली बने उसके लिए एक तपस्या है ,गुणों की,सच्चाई की।  जीवन में आने वाली  हम भिन्न भिन्न परिस्थितियों  में पास हो कर दिखाए । कोई तेज बोले आप शांत, कोई ग़लत करें आप सही करें। सही तरह से ,सही समय पर समझाएं। कोई झूठ बोले आप अपनी सच्चाई का प्रभाव डाले। कहीं धैर्यता,कहीं सहनशीलता, कहीं नम्रता,कहीं सरलता।यही जीवन में आगे बढ़ने की विधि है।

संकल्प बुद्धि का भोजन है

  संकल्प बुद्धि का भोजन है(thoughts are nourishment/food for intellect) पवित्र संकल्प बुद्धि को शुद्ध और शक्ति शाली बनाते है। जिससे आत्मा दिव्य (divine)  बनती है। Spiritual knowledge हम आत्माओं में divinity,purity लाने की education है जिससे ही हम  साधारण मनुष्य से देवता बनते है। 

वर्तमान में जिए , इश्वर की planning पर भरोसा रखें।

 वर्तमान में जिए , इश्वर की planning पर भरोसा रखें। Planning करे  भविष्य  की पर उससे बंध नहीं जाए कि यही होना चाहिए,यही right है। अपनी की गयी Planning से भी detached। हम एक काल दर्शी है और एक बार में एक दृष्टि कोण से ही बातों को देख और परख सकते है पर जो त्रिकालदर्शी है वो हर एक आत्मा के,सारी सृष्टि के तीनों कालों को जानता है और हर आत्मा का हितकारी और कल्याणकारी है,वह हमसे अच्छी planning कर लेता है इसलिए कहा जाता है ईश्वर की Planning सबसे अच्छी है उसे स्वीकार करे और अपनी की गयी Planning से,अपनी सोच से detached,सोचते समय भी detached,जैसे  कि asochta (thoughtless)हो जाए।